साप्ताहिक चाचणी .विज्ञान भाग 2.पाठ.7
पाठ:7. पारितंत्र का ऊर्जा प्रवाह
परितंत्र क्या हैं ?
जैविक और अजैविक घटको की परस्पर क्रिया द्वारा निर्मित तंत्र को परितंत्र क ह ते हैं।
परितंत्र मे ऊर्जा प्रवाह :
परितंत्र में भक्षक के निम्न स्थर हैं ।
भक्षक के स्थर - शाकाहारी(प्रथम भक्षक): हाथी
मांसाहारी (द्वित्त य भक्षक,) : लोमडी
शाकाहारी तथा मांसाहारी ( सर्वोच्च भक्षक) : शेर
मिश्रा हारी उभया हारी : भालू
खाद्य शृंखला : सजीव मे क्रमशः अंत: क्रिया का अर्थ है खाद्य
खाद्य जाल : सजीव अन्य सजीव का भक्ष्य हैं।
ऊर्जा का पिरामिड :
पोषण स्थर : खाद्य शृंखला ले प्रत्येक स्तर का अर्थ पोषण स्तर
कहते है।
1942 में लिंडमन नामक वैज्ञानिक ने खाद्य श्रृंखला और उसके ऊर्जाप्रवाह का अध्ययन किया।
जैव भूरासायनिक चक्र क्या है ।
: परी तंत्र मे पोषण द्रव्य के चक्रिया प्रवाह को जैव भू रासायनिक चक्र कहते है
जैव भू रासायनिक चक्र के प्रकार
१) वायु चक्र : प्रमुख अजैविक गैसीय पोषक द्रव्यों का संग्रह पृथ्वी के वायुमंडल में पाया जाता है।
२) अवसादन चक्र : प्रमुख अजैविक पोषकद्रव्यों का संग्रह पृथ्वी पर मृदा, अवसाद व अवसादी चट्टानों में पाया जाता है।
यहा आयर्न (लोह), कैल्शियम, फॉस्फोरस तथा जमीन के अन्य घटकों का समावेश होता है।
उपर दिए पाठ के मुद्दे हैं उसी की उपर आप का साप्ताहिक चाचणी हैं।
आप सभी इस साप्ताहिक चाचणी को दो और आप को कितना मार्क मिल ता हैं देखो.
साप्ताहिक चाचणी का पेपर का लिंक दिया हैं।इसे ओपन करो और पेपर दो.