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वनस्पतियों के वर्गीकरण इयत्ता ९ वी | vanaspati vargikaran standard 9 th

 वनस्पतियों के वर्गीकरण इयत्ता ९ वी | vanaspati vargikaran standard 9 th 

विषय - विज्ञान भाग 2 

पाठ - वनस्पतियों के वर्गीकरण(toc)

प्रस्थावना - 

सजीव का वर्गीकरण किसे कहते हैं ? 
सजीव के गुणधर्मानुसार फोन मे समानता भिन्नता तथा कोणती प्रजनन पद्धती या अधिवास संरचनात्मक विशेषताओं को ध्यान मे रख कर वर्गीकरण किया गया हैं।
रॉबर्ट व्हिटेकर - ( 1959) -  सभी सजीवो को पांच भिन्न जगतो में वर्गीकृत किया -
पाच समूह -  मोनेरा , प्रोटिस्टा , कवक , वनस्पती और प्राणी.

जगत : वनस्पती 

वनस्पतियों के वर्गीकरण का आधार : 

1) वनस्पतियों में अंग है या नहीं।

2) वनस्पतियों में पानी तथा भोजन का वहन करने के लिए स्वतंत्र ऊतक संस्थानों का होना या न होना।

3) वनस्पतियों में बीज धारण करने की क्षमता है या नहीं ?

उपजगत- अबीजपत्री वनस्पतियाँ (Cryptogams) : 

उपजगत अबीजपत्री समूह की वनस्पतियों के प्रजनन बीजाणु की सहायता से होते हैं। उनकी प्रजनन संस्था अप्रकट होने के कारण उनके प्रजनन अंग छिपे होते हैं।

विभाग -1 - थैलोफायटा (Thallophyta) :


 थैलोफायटा विभाग की वनस्पतियाँ जलीय होती है। कुछ मीठे तो कुछ खारे (समुद्री) पानी में पाई जाती हैं।
-  जड़-तन-पत्तियाँ-फूल जैसे विशेष अंग नहीं होते।
उदा.शैवाल.
एक कोशिकीय , बहुकोशिकीय, अतिसूक्ष्म तथा कुछ सुस्पष्ट रूप तथा बड़े आकारवाले शैवाल। 
उदा.स्पाइरोगायरा, युलोथ्रिक्स, अल्वा, सरगैसम, कारा इत्यादि।

विभाग -2 - ब्रायोफायटा (Bryophyta) : - 

ब्रायोफायटा समूह की वनस्पतियाँ ' उभयचर' होती हैं। नम मिट्टी

में वृद्धि करने वाली इन वनस्पतियों के प्रजनन के लिए पानी की

आवश्यकता होती है।

• ब्रायोफायटा निम्नस्तरीय, बहुकोशिकीय तथा स्वयंपोषी होती हैं। बीजाणुओं द्वारा प्रजनन होता है।

उदा . मॉस 


 विभाग 3 - टेरिडोफायटा (Pteridophyta) :

 • टेरिडोफायटा समूह की वनस्पतियों में पुष्प तथा फल नहीं आते। में मात्र जड़, तना तथा पत्तियों जैसे अंग होते हैं।

• जल तथा भोजन के संवहन के लिए स्वतंत्र ऊतक पाए जाते हैं। • इनमें अलैंगिक प्रजनन, पत्तियों के निचले भाग पर पाए जाने वाले

 उदा., फर्न - नेफ्रोलेपिस, मार्शेलिया, टेरिस, एडिएंटम

इक्विसेटम, सिलैजिनेला, लायकोपोडियम इत्यादि ।

उपजगत- बीजपत्री (Phanerogams) :

 • बीजपत्री वनस्पति में प्रजनन के लिए विशेष ऊतक होते हैं। वे बीज उत्पन्न करते हैं। उसमें भ्रूण के साथ संचित भोज्य (पोषक) पदार्थ होता है।  
यदि ये बीज फल से ढँका हुआ नहीं है, तो उसे अनावृत्त बीजी वनस्पति कहते हैं। यदि बीज ढँका हुआ है, तो उसे आवृत्तबीजी वनस्पति कहते हैं।

 विभाग 1-  अनावृत्तबीजी वनस्पतियाँ (Gymnosperms) :

(Gymnos न बँका हुआ/अनावृत्त, Sperm बीज )

• ये वनस्पतियाँ बहुधा सदाहरित, बहुवर्षी तथा काष्ठीय होती है।

• इन वनस्पतियों के तनों की शाखाएँ नहीं होती। पत्तियाँ मिलकर

चक्रीय मुकुट का निर्माण करती हैं।

• इनमें नर तथा मादा फूल एक ही वृक्ष के अलग-अलग बीजाणुपर्ण

पर होते हैं।

• अनावृत्तबीजी वनस्पतियों के बीज पर प्राकृतिक आच्छादन नहीं होता अर्थात इनके बीज आवरण रहित होते हैं। ये फलधारण नहीं करते ।


 विभाग 2-  आवृत्तबीजी वनस्पति (Angiosperms)


• (Angios Cover अर्थात आवरण, Sperm बीज )

• इन वनस्पतियों के सभी अंग होते हैं। 

 • उदा., जड़, तना, पत्तियाँ

• फूल ही इनके प्रजनन के अंग हैं।

प्रश्नउतर

प्रश्न.१. सही विकल्प चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति करो तथा कथन का कारण स्पष्ट करो
(आवृत्तबीजी, अनावृत्तबीजी, बीजाणु, ब्रायोफायटा, थैलोफायटा, युग्मक )

(1) --- इस वनस्पति का शरीर प्रमुख रूप से मृदु (नरम) और तंतुमय होता है।
उत्तर - थैलोफायटा  शैवाल वनस्पति जलीय होने के कारण उसका शरीर नरम तंतुओं का बना होता है। इसलिए थैलोफायटा उत्तर है।

2) -----  समूह को वनस्पति जगत का उभयचर कहा जाता है।
 उत्तर  -  ब्रायोफायटा प्रजनन लिए उन्हें पानी की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए इन वनस्पतियों को वनस्पति जगत का 'उभयचर' कहा जाता है।

3) टेरिडोफायटा वनस्पतियों में अलैगिक प्रजनन ---------
 निर्मिति द्वारा जबकि लैंगिक प्रजनन निर्मिति द्वारा होता है।
उत्तर -  बीजाणु युग्मक बीजाणुओं द्वारा अलैंगिक प्रजनन करती हैं। जिस समय पानी कम होता है, उस समय इस पद्धति का उपयोग किया जाता है। परंतु सभी परिस्थितियों के अनुकूल होने पर, वनस्पतियाँ लैंगिक प्रजनन युग्मक तैयार करके प्रजनन करती हैं।

4) वनस्पति में प्रजनन के नर तथा मादा अंगक एक ही वृक्ष के अलग-अलग बीजाणुपत्र पर पाए जाते हैं।
उत्तर - अनावृत्तबीजी अनावृत्तबीजी वनस्पतियों के ही विभाग नर तथा मादा फूल एकही वृक्ष के अलग-अलग बीजाणुपर्ण पर होते हैं।
प्रश्न.२. अ ,ब , क स्तंभ की सही जोडीया मिलाओ।
उत्तर - 
अ स्तंभ             ब स्तंभ                                        क स्तंभ
थॅलोफायटा   वनस्पती की वृद्धि पाणी मे होती है      शैवाल ब्रायोफायटा   प्रजनन -  पानी की आवश्यकता        फ्युनेरिया
टेरिडोफायटा  पाणी भोजन के लिए ऊतक            सायकस
आवृत्तीबीजी  फलके अंदर बीज बनते है।              ईमली

प्रश्न.३.फरक स्पष्ठ करो।



एक बीजपत्री  द्विबीजपत्री
एक बीज       दो बीज 
प्रमुख जड मूसला     प्रमुख जड तंतुमय
फुल में पंचस्तरीय सम मिती   फुल में त्रिस्तरीय सम मिती
उदा. सेम , सुर्यमुखी  उदा. केला ,मक्का




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